Friday 25 January 2013

शुभ दिन आया साथियों

 
 









शुभ दिन आया साथियो, आज तिरंगे संग।
गहरे भाव प्रतीक हैं, झंडे के ये रंग।
झंडे के ये रंग, कहे केसरिया हमसे
बलिदानों ने मुक्तकिया भारत को तम से।
श्वेत शांति का दूत, हरे संग खुशियाँ हर दिन।
चक्र रखे गतिमान, मुबारक सबको शुभ दिन।


लहराएँगे शान से, आज तिरंगा तान।
इस दिन भारत देश का, बना नया संविधान।
बना नया संविधान, बहुत यह दिन पावन था
नई भोर के साथ, उगा था सूर्य अमन का।
देश प्रेम के गीत, पुनः गाए जाएँगे
भक्ति भाव के साथ, तिरंगा लहराएँगे।


-कल्पना रामानी

1 comment:

अर्चना ठाकुर said...

देशभक्ति से भरी सुंदर कुंडलिया

पुनः पधारिए


आप अपना अमूल्य समय देकर मेरे ब्लॉग पर आए यह मेरे लिए हर्षकारक है। मेरी रचना पसंद आने पर अगर आप दो शब्द टिप्पणी स्वरूप लिखेंगे तो अपने सद मित्रों को मन से जुड़ा हुआ महसूस करूँगी और आपकी उपस्थिति का आभास हमेशा मुझे ऊर्जावान बनाए रखेगा।

धन्यवाद सहित

--कल्पना रामानी

जंगल में मंगल

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प्रेम की झील

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